गर हाथ हटा लो चेहरे से, एक चाँद निकल आए पल में। मेरे मन के तार मचल जाएँ, बस आग ही गर हाथ हटा लो चेहरे से, एक चाँद निकल आए पल में। मेरे मन के तार मचल जाए...
जिसे चाहा हो तुमने उसके चले जाने के बाद हर जगह उसी को ढूंढना मगर कही भी उसका पूरी तरह से एक जगह न मि... जिसे चाहा हो तुमने उसके चले जाने के बाद हर जगह उसी को ढूंढना मगर कही भी उसका पूर...
कुछ यूँ करो, कि तेरी आँचल के साये में दम तोड़ता नज़र आऊँ मैंं. कुछ यूँ करो, कि तेरी आँचल के साये में दम तोड़ता नज़र आऊँ मैंं.
दिल ये पागल कहता है के दिन में तारे गिन, जून की धूप ना जाने कहता है सारे गिन। ना दिल ये पागल कहता है के दिन में तारे गिन, जून की धूप ना जाने कहता है सार...
लाज शर्म को छोड़। लाज शर्म को छोड़।
तेरे इंतजार में बीत गए है, ना जाने ही कितने बसंत। ना तुम आये और ना आई कोई खैर-खबर। तेरे इंतजार में बीत गए है, ना जाने ही कितने बसंत। ना तुम आये और ना आई क...